859 ग्राम प्रधान ऑनलाइन लेंगे शपथ, 435 ग्राम पंचायतों का नहीं होगा गठन
गोरखपुर. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव (UP Panchayat Chunav) का परिणाम आने के बाद जिले में 859 ग्राम प्रधान (Gram Pradhan) मंगलवार दोपहर 12 बजे से ऑनलाइन शपथ लेंगे. उनके साथ ग्राम पंचायत सदस्य भी शपथ ग्रहण करेंगे. शपथ लेने के साथ ही ग्राम पंचायतों का गठन भी हो जाएगा. जिले में 435 ग्राम पंचायतों का गठन फिलहाल नहीं हो सकेगा. इनमें से 429 में दो तिहाई ग्राम पंचायत सदस्यों का कोरम पूरा नहीं है, जबकि 6 गांवों के निर्वाचित प्रधान मतगणना के बाद या मतदान और मतगणना के बीच दिवंगत हो चुके हैं. ग्राम पंचायतों के गठन के बाद पंचायतों की पहली बैठक 27 मई को होगी.
जिलाधिकारी के विजयेंद्र पाण्डियन ने इस बाबत अधिसूचना सोमवार को जारी कर दी थी. इसे विकास भवन एवं ब्लॉक मुख्यालयों पर चस्पा कर दिया गया है. कोरोना को देखते हुए ब्लॉक पर एक साथ सभी को शपथ दिलाना संभव नहीं होगा, इसलिए प्रधान अपने गांव के सार्वजनिक स्थान पर शपथ लेंगे. शपथ दिलाने के लिए हर ब्लॉक में अधिकारियों को नामित किया गया है. दोपहर 12 बजे से ऑनलाइन शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा. ग्राम पंचायत सचिवों की ओर से लैपटॉप की व्यवस्था की जाएगी. शपथ दिलाने वाले अधिकारी लैपटॉप पर दिखेंगे और उनके सामने ग्राम प्रधान व पंचायत सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे. इसके बाद सभी शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे. हस्ताक्षर की जांच करने के बाद प्रधानों के शपथ पत्र जिला पंचायत राज अधिकारी के पास तथा सदस्यों के शपथ पत्र खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) के पास सुरक्षित होंगे. जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि शपथ की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शपथ पत्र भी तैयार कराकर ब्लॉकों पर भेज दिए गए हैं.
27 मई को होगी नववनिर्वाचित ग्राम पंचायत की पहली बैठक
जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत की पहली बैठक 27 मई को कराने का निर्देश दिया है. इसमें कोविड 19 को देखते हुए गांवों में उत्पन्न परिस्थितियों और इससे निपटने के कारगर तरीके पर चर्चा की जाएगी. बैठक में जो भी बिन्दु निकलकर आएंगे, उसे संकलित कर पंचायती राज विभाग के माध्यम से शासन को अवगत कराया जाएगा. इसके साथ ही बैठक के एजेंडे में गांव के विकास के लिए जरूरी छह समितियों का गठन भी होगा. जिन समितियों का गठन होना है उनमें प्रशासनिक समिति, नियोजन एवं विकास समिति, शिक्षा समिति, निर्माण कार्य समिति, स्वास्थ्य एवं कल्याण समिति एवं जल प्रबंधन समिति शामिल हैं. प्रथम तीन समितियों का सभापति प्रधान होता है. अंतिम तीन समितियों के सभापति का चुनाव ग्राम पंचायत सदस्य अपने में से करते हैं. समितियों में सदस्य के अलावा छह निर्वाचित सदस्य होंगे. इसमें एक महिला, एक अनुसूचित जाति या जनजाति व एक पिछड़े वर्ग से होना अनिवार्य है. सदस्यों का चुनाव भी ग्राम पंचायत सदस्यों में से होगा. समितियों के सचिव ग्राम पंचायत विकास अधिकारी होंगे. समितियों की बैठक के लिए चार सदस्य का कोरम होगा. महीने में कम से कम एक बार बैठक जरूरी होगी.