शर्मनाक Video: यूपी में चलती एम्बुलेंस से शव को सड़क पर फेंका, वजह हैरान कर देगी.. लोगों में भयंकर गुस्सा

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे प्रदेश ही नहीं, देशभर के लोगों को झकझोर दिया है। एक चलती एंबुलेंस से युवक का शव स्ट्रेचर समेत सड़क पर फेंक दिया गया, जिसके बाद एंबुलेंस मौके से फरार हो गई। यह पूरी घटना वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने कैमरे में कैद कर ली, और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक व्यक्ति एंबुलेंस के पिछले हिस्से से लटका है और चलती गाड़ी से शव को नीचे धक्का दे रहा है।
इलाज के दौरान लखनऊ में हुई युवक की मौत
जानकारी के अनुसार, मृतक युवक पैसे के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में घायल हो गया था। उसे इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने शव को गोंडा लाने के लिए एक एंबुलेंस बुक की। लेकिन शव को घर लाने के बजाए रास्ते में ही सड़क पर फेंक दिया गया।
चलती गाड़ी से शव फेंक कर फरार हुई एंबुलेंस
घटना में देखा गया कि एक शख्स एंबुलेंस के पिछले दरवाजे से लटक कर स्ट्रेचर सहित शव को धक्का दे रहा है। जैसे ही शव सड़क पर गिरता है, एंबुलेंस तेज गति से मौके से भाग जाती है। यह दृश्य देखकर राहगीरों में सनसनी फैल गई और वहां मौजूद किसी ने इसका वीडियो बना लिया, जो अब वायरल हो चुका है।
परिजनों ने किया सड़क जाम, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
शव को इस तरह फेंके जाने से मृतक के परिजनों में जबरदस्त आक्रोश फैल गया। उन्होंने गोंडा में शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन से न्याय की मांग की। पुलिस ने वायरल वीडियो और परिजनों की शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी, प्रशासन पर उठे सवाल
गोंडा पुलिस ने पुष्टि की है कि इस मामले में चार आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि, अब इस पूरे मामले में प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं—कैसे एक संवेदनशील मामले में इस तरह की लापरवाही और अमानवीयता सामने आई?
सोशल मीडिया पर गुस्सा, प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि यह सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि मानवता के खिलाफ अपराध है, और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।