Video : फौजी ने रेलवे प्लेटफार्म पर दौड़ा दी कार, पुलिसकर्मियों से बोला – “हटो, ट्रेन पकड़नी है” फिर जो हुआ..

उत्तर प्रदेश के मेरठ कैंट रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात एक चौंकाने वाली घटना घटी। एक सेना के जवान ने यात्रियों से भरे प्लेटफॉर्म पर अपनी कार दौड़ा दी, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग डर के मारे चीखने लगे और इधर-उधर भागने लगे। जवान की पहचान संदीप के रूप में हुई है, जो बागपत का रहने वाला है और दिल्ली में तैनात है। GRP और RPF ने मिलकर उसे 20 मिनट बाद काबू में लिया।

रिश्तेदारों को ट्रेन में चढ़ाने के लिए दौड़ा दी कार

गिरफ्तार जवान संदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसके रिश्तेदारों को इमरजेंसी में दिल्ली जाना था क्योंकि एक परिजन अस्पताल में भर्ती हैं। वे लोग योगा एक्सप्रेस पकड़ना चाहते थे लेकिन वह ट्रेन छूट गई। वापस लौटते वक्त उसे नौचंडी एक्सप्रेस आती दिखाई दी, और उसने रिश्तेदारों को ट्रेन में चढ़ाने के लिए प्लेटफॉर्म पर अपनी ऑल्टो कार दौड़ा दी।

पटरियों से सटाकर चलाई गई कार

घटना के समय प्लेटफॉर्म पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि कार बहुत तेज रफ्तार से प्लेटफॉर्म के अंदर आई और ट्रेन के साथ पटरियों के किनारे-किनारे दौड़ाई गई। यह देख लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। प्लेटफॉर्म पर हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार कभी भी पटरी पर गिर सकती थी।

20 मिनट की सनक के बाद पकड़ा गया जवान

करीब 20 मिनट तक जवान प्लेटफॉर्म पर कार दौड़ाता रहा। इसके बाद RPF इंस्पेक्टर धर्मवीर सिंह और रेलवे के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। जब पुलिस ने जांच की तो पाया कि संदीप नशे में धुत था। उसकी कार झारखंड नंबर की थी और उस पर ‘फौजी’ लिखा हुआ था।

सेना पुलिस भी मौके पर पहुंची

GRP इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि संदीप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना पुलिस भी रेलवे स्टेशन पहुंची और आरोपी से पूछताछ की जा रही है।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग रेलवे प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर एक आम व्यक्ति भी प्लेटफॉर्म पर गाड़ी कैसे दौड़ा सकता है? क्या सुरक्षा के सारे इंतजाम फेल हो चुके हैं?

सेना की वर्दी में लापरवाही बेहद खतरनाक

एक फौजी से देश की रक्षा और अनुशासन की उम्मीद की जाती है। ऐसे में इस तरह की हरकत न सिर्फ आम जनता की जान को खतरे में डालती है, बल्कि सेना की छवि को भी नुकसान पहुंचाती है। अब देखना है कि सेना और प्रशासन इस मामले में क्या कड़ी कार्रवाई करते हैं।

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