वाह रे यूपी पुलिस ! पूरे मोहल्ले पर ठोक दी FIR, बलिया से सामने आया अजीबोगरीब मामला.

उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बांसडीह कस्बे में बिजली के करंट से एक किशोर की मौत के बाद बुधवार को हालात बेकाबू हो गए। मृतक के परिजनों और आक्रोशित ग्रामीणों ने बांसडीह चौराहे पर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया गया। हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।

दो घंटे तक बाधित रहा यातायात

प्रदर्शन के कारण दो घंटे तक यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। मौके पर मौजूद पुलिस बल ने बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण में लिया और रोड को खाली कराया। इसके बाद यातायात सुचारु रूप से चालू किया गया। पुलिस ने तत्काल घटना की जांच शुरू की और पथराव की वीडियोग्राफी के आधार पर कार्यवाही आगे बढ़ाई।

सात नामजद और 30 अज्ञात पर FIR दर्ज

पुलिस ने इस घटना के संबंध में 7 नामजद और 25-30 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। नामजद आरोपियों में शामिल हैं:

  • राजू तुरहा, मनोज तुरहा, विक्रम तुरहा (वार्ड नंबर 11)
  • सत्येंद्र तुरहा, गुड्डू तुरहा (वार्ड नंबर 7)
  • बीरबल खान (वार्ड नंबर 3)
  • संत कुमार (काजीपुरा, सिकंदरपुर)

यह मुकदमा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक ओमकार सिंह की तहरीर पर दर्ज किया गया है।

गंभीर धाराओं में मुकदमा

इन आरोपियों पर सरकारी कार्य में बाधा, पत्थरबाजी, राज्यमार्ग अवरुद्ध करने, लोकसेवक के कार्य में रुकावट, अवैध जमाव और दंगा फैलाने जैसी गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। पुलिस द्वारा की गई वीडियोग्राफी के आधार पर अज्ञात प्रदर्शनकारियों की पहचान भी की जा रही है।

पुलिस का बयान

कोतवाल संजय सिंह ने बताया कि “किशोर की मौत के मामले में पुलिस ने परिजनों को सभी आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया था, इसके बावजूद लोगों ने जानबूझकर कानून व्यवस्था में बाधा पहुंचाई।” उन्होंने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और मामले की गहन जांच जारी है।

कानून व्यवस्था की चुनौती

बलिया के बांसडीह में यह घटना न सिर्फ एक दुखद हादसे के रूप में सामने आई है, बल्कि इससे जुड़े सामाजिक तनाव और कानून व्यवस्था की चुनौती को भी उजागर करती है। प्रशासन अब जांच में जुटा है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।

 

Related Articles

Back to top button