BJP गठबंधन के पूर्व सांसद ‘प्रज्वल रेवन्ना’ रेप केस में दोषी करार ! कई महिलाओं के अश्लील वीडियो भी बनाए

बेंगलुरु | 1 अगस्त 2025: कर्नाटक के पूर्व सांसद और JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु की एक विशेष कोर्ट ने यौन शोषण और बलात्कार के गंभीर आरोपों में दोषी करार दिया है। इस बहुचर्चित मामले में सजा 2 अगस्त 2025 को सुनाई जाएगी। रेवन्ना पर रेप की चार FIR दर्ज हैं, और उनके मोबाइल से कई महिलाओं के साथ बनाए गए अश्लील वीडियो भी बरामद हुए थे।

सत्ता की छाया में अपराध? JDS–BJP गठबंधन बना था ढाल

प्रज्वल रेवन्ना जनता दल (सेक्युलर) यानी JDS के नेता हैं, जो कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रहे थे। वे 2019 में हासन सीट से सांसद चुने गए थे और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. देवगौड़ा के पोते हैं। गठबंधन की वजह से उन पर लगे आरोपों के बावजूद राजनीतिक संरक्षण का सवाल उठता रहा।

महिलाओं का यौन शोषण, मोबाइल में रिकॉर्डिंग

प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं ने रेप, यौन उत्पीड़न और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगाए थे। जाँच के दौरान उनके मोबाइल फोन से दर्जनों अश्लील वीडियो मिले, जिनमें वे अलग-अलग महिलाओं के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे थे। ये वीडियो कथित तौर पर बिना सहमति के बनाए गए और कई मामलों में महिलाओं को ब्लैकमेल भी किया गया।

पलायन, गिरफ्तारी और कोर्ट में ट्रायल

आरोप सामने आने के बाद रेवन्ना देश छोड़कर भाग गए थे, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया। सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद वे 27 मई को विदेश से लौटे और खुद को जांच एजेंसियों के हवाले किया। इसके बाद उन्हें बेंगलुरु कोर्ट में पेश किया गया, जहां सुनवाई चल रही थी।

कोर्ट ने माना अपराध, दोष सिद्ध – कल सुनाई जाएगी सजा

बेंगलुरु कोर्ट ने सभी साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर रेवन्ना को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने माना कि रेवन्ना ने अपने पद और राजनीतिक रसूख का दुरुपयोग करते हुए महिलाओं का शोषण किया। अब अदालत शनिवार को सजा पर बहस करेगी, जिसके बाद सजा सुनाई जाएगी।

राजनीतिक प्रभाव और नैतिक सवाल

इस पूरे मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि राजनीति में अपराध और नैतिकता के मापदंड क्यों गिरते जा रहे हैं। रेवन्ना जैसे नेताओं के खिलाफ महिलाओं के गंभीर आरोपों के बावजूद, उन्हें चुनावी टिकट दिए जाते हैं और गठबंधन की राजनीति में संरक्षण मिलता है।

जनता की निगाहें अब सजा पर टिकीं

देश भर की नजरें अब बेंगलुरु कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। क्या अदालत रेवन्ना को कड़ी से कड़ी सजा सुनाएगी? या फिर राजनीतिक रसूख एक बार फिर कानून से बड़ा साबित होगा? इस सवाल का जवाब कल मिल सकता है।

 

Related Articles

Back to top button