योगी के बुलडोजर एक्शन से आहत BJP नेता के भाई ने किया सुसाइड, भाजपा विधायक की दबंगई ? सचिव की पिटाई..

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत मंडी परिसर में हुई प्रशासनिक कार्रवाई के बाद एक आढ़ती ने आत्महत्या कर ली। मृतक चेतन सैनी, जो कि भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह के बड़े भाई थे, ने प्रशासन की कार्रवाई से आहत होकर घर की छत से कूदकर जान दे दी। इस घटना से न सिर्फ मंडी परिसर में हड़कंप मच गया, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी उबाल आ गया है। खास बात यह है कि चेतन सैनी की दुकान उसी दिन की गई बुलडोजर कार्रवाई में ढहा दी गई थी।

20 साल पुरानी दुकान पर चला बुलडोजर

मुरादाबाद के मझोला क्षेत्र स्थित कृषि उत्पादन मंडी समिति में चेतन सैनी और उनके भाई भाजपा मंडल उपाध्यक्ष गजेंद्र सिंह फल का व्यापार करते थे। यह दुकान उनके पिता के नाम पर 20 वर्षों से चल रही थी। सोमवार को मंडी सचिव संजीव कुमार से कथित तौर पर भाजपा विधायक रितेश गुप्ता और उनके समर्थकों द्वारा मारपीट की गई थी। इसके अगले ही दिन, मंगलवार को प्रशासन ने भारी पुलिस बल के साथ अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया और चेतन सैनी की दुकान को भी ढहा दिया गया।

दुकान टूटने से आहत होकर चेतन सैनी ने दी जान

दुकान टूटने और रोज़गार छिनने से आहत चेतन सैनी मंगलवार देर रात अपने घर की छत से कूद गए। उनके परिवार का कहना है कि वह पूरे दिन तनाव में थे और बार-बार यह कह रहे थे कि अब वह अपना और अपने परिवार का खर्च कैसे चलाएंगे। देर रात उन्होंने आत्महत्या कर ली। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने पुष्टि की है कि पुलिस जांच कर रही है और आत्महत्या के कारणों की तह तक जाने की कोशिश की जा रही है।

बुलडोजर कार्रवाई में 100 से अधिक दुकानों पर चला हथौड़ा

मंडी सचिव की पिटाई के एक दिन बाद मंगलवार को प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए मंडी परिसर में अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई। यह अभियान पांच घंटे तक चला और इसमें 100 से अधिक दुकानों के सामने बनाए गए टिनशेड और अन्य निर्माण ढहा दिए गए। कार्रवाई के दौरान व्यापारियों और आढ़तियों में भारी आक्रोश दिखा। कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया, हालांकि बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।

विधायक रितेश गुप्ता पर सवाल, भाजपा नेता भी निशाने पर

मंडी सचिव से हुई मारपीट के मामले में भाजपा विधायक रितेश गुप्ता पर आरोप लगे हैं। व्यापारियों और विपक्षी नेताओं का आरोप है कि विधायक के प्रभाव में आकर प्रशासन ने बिना कोई नोटिस दिए कार्रवाई की, जिससे कई व्यापारियों की रोज़ी-रोटी पर असर पड़ा। चेतन सैनी की आत्महत्या के बाद विधायक की भूमिका को लेकर सवाल और तीखे हो गए हैं। अब यह मांग उठ रही है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने परिजनों से की मुलाकात, कार्रवाई का भरोसा

घटना ने प्रदेश सरकार को भी झकझोर कर रख दिया है। बुधवार दोपहर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मुरादाबाद पहुंचे और मृतक चेतन सैनी के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने स्पष्ट कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जांच पूरी तरह पारदर्शी होगी। चेतन सैनी के भाई से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, “आप परेशान मत हों, दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा।”

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने डीएम से मिलकर जताया विरोध

व्यापारी की आत्महत्या के बाद भाजपा के ही कई वरिष्ठ नेता जिलाधिकारी अनुज सिंह से मिले। प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष आकाश पाल, महापौर विनोद अग्रवाल, नगर विधायक रितेश गुप्ता, एमएलसी गोपाल अंजान सहित अन्य नेता शामिल रहे। उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई को मनमाना बताते हुए व्यापारियों की समस्याएं उठाईं और कार्रवाई में पारदर्शिता की मांग की।

व्यापारी बोले: रोज़गार छिना, अब कौन देगा ज़िम्मेदारी?

व्यापारियों का कहना है कि प्रशासन की कार्रवाई न सिर्फ़ बिना सूचना के की गई बल्कि पूरी तरह एकतरफा थी। चेतन सैनी की मौत ने मंडी के अन्य व्यापारियों को भी असुरक्षा के माहौल में डाल दिया है। अब वे सवाल उठा रहे हैं कि अगर रोज़गार छिन जाए, तो शासन-प्रशासन इसकी ज़िम्मेदारी कब लेगा?

प्रशासनिक कार्रवाई या राजनीतिक दबाव?

मुरादाबाद मंडी में व्यापारी की आत्महत्या ने प्रशासनिक कार्रवाई की पारदर्शिता और राजनीतिक दखल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। चेतन सैनी की मौत अब एक संवेदनशील मुद्दा बन चुकी है, जिस पर सरकार को स्पष्ट और सख्त रुख अपनाना होगा। व्यापारियों की सुरक्षा और सम्मानजनक आजीविका की बहाली अब सबसे बड़ी चुनौती है।

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