पहले नाबालिग का गैंगरेप, फिर जिंदा दफनाया.. पुलिस ने पहुंचकर मिट्टी से निकाला, बच गई जान, हो गई थी प्रेग्नेंट..!

ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। एक नाबालिग लड़की के साथ तीन लोगों द्वारा गैंगरेप किया गया और जब वह गर्भवती हो गई, तो आरोपियों ने उसे जिंदा दफनाने की कोशिश की। इस वारदात ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
तीन आरोपियों में से दो गिरफ्तार, तीसरा फरार
पुलिस ने इस जघन्य अपराध में शामिल दो आरोपियों – भाग्यधर दास और पंचानन दास को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरा आरोपी तुलु बाबू अभी फरार है और उसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
पीड़िता को बंधक बनाकर करते रहे दुष्कर्म
पुलिस के मुताबिक, बनशबारा गांव के रहने वाले तीनों आरोपियों ने नाबालिग लड़की के साथ लंबे समय तक यौन शोषण किया। इस दौरान लड़की पांच महीने की गर्भवती हो गई। जब आरोपियों को यह जानकारी मिली तो उन्होंने अपने घिनौने अपराध को छिपाने के लिए उसे जिंदा दफनाने की योजना बनाई।
समय पर मिली सूचना से बच गई जान, अस्पताल में भर्ती
शुक्र है कि समय रहते इस अमानवीय कोशिश की जानकारी पुलिस तक पहुंच गई। तुरंत कार्रवाई करते हुए लड़की को मिट्टी से बाहर निकाल कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल पीड़िता डॉक्टरों की निगरानी में है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
पिता की शिकायत पर दर्ज हुआ केस, इलाके में उबाल
पीड़िता के पिता ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है और वे जल्द से जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
पुलिस का दावा: तीसरा आरोपी भी जल्द गिरफ्त में होगा
जगतसिंहपुर पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी तुलु बाबू को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। अधिकारी इस मामले को प्राथमिकता पर लेकर जांच कर रहे हैं ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके।
यह सिर्फ एक अपराध नहीं, समाज के पतन का आईना है
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे नारी सुरक्षा के दावों की असलियत जमीनी हकीकत में ढह जाती है। यह वक्त है कि दोषियों को त्वरित सजा दी जाए ताकि समाज में एक मजबूत संदेश जाए।