Viral Video: अखिलेश यादव की कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को चेतावनी, कहा – “किसी को ‘शूद्र’ मत कहिए..”

उत्तर प्रदेश में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव कथावाचक अनिरुद्धाचार्य को सड़क किनारे रोकते नजर आते हैं। बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा—“आइंदा किसी को ‘शूद्र’ मत कहना।” यह भावनात्मक लेकिन सशक्त टिप्पणी राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
रास्ते की मुलाकात: वायरल हुआ लखनऊ–आगरा एक्सप्रेस-वे का वीडियो
इस वीडियो का लोकेशन बताया जा रहा है लखनऊ–आगरा एक्सप्रेस-वे। इसमें अखिलेश यादव कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से श्रीकृष्ण के संदर्भ में सवाल करते दिखते हैं, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर उन्होंने तीखा रुख अपनाया। यह मुलाकात सड़क किनारे हुई और वीडियो में दोनों की बातचीत कैमरे में कैद हो गई।
‘शूद्र’ शब्द पर तीखी टिप्पणी: क्यों पलटी भावनाएँ?
वीडियो में सवाल–जवाब के बाद अखिलेश शांत लेकिन दृढ़ स्वभाव मे कहते हैं:
“बस यहीं से हमारा और आपका रास्ता अलग हो गया… इसलिए आइंदा किसी को शूद्र मत कहना।”
उनके इस अंदाज़ में जातीय शब्दावली के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त संदेश झलकता है, जिसे समर्थकों और विपक्ष, दोनों ही राजनीति के दृष्टिकोण से देख रहे हैं।
वीडियो का सच और समय का महत्व
हालांकि वीडियो में दिख रही वार्तालाप की सटीक समय-तिथि की पुष्टि नहीं हो पाई है। विभिन्न मीडिया स्रोतों में समय, वजह और संदर्भ को लेकर कुछ अंतर हैं, पर वीडियो की सत्यता को लेकर कोई आधिकारिक खंडन नहीं आया है। सोशल मीडिया में यह वीडियो “PDA बनाम BJP” जैसे राजनीतिक विमर्श का हिस्सा बन चुका है।
अखिलेश यादव : कृष्ण को माँ ने पहली बार क्या कहा था?
अनिरुद्धाचार्य जी : "कन्हैया" कहा था।
अखिलेश यादव : तो फिर अब से "शूद्र" मत बोलना। 🔥 pic.twitter.com/IMkgksYIvo
— Sandeep Khasa (@SamKhasa_) July 13, 2025
सोशल मीडिया पर विवादित प्रतिक्रियाएँ
वीडियो वायरल होते ही लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ ट्विटर/एक्स यूजर्स ने लिखा:
“जब एक पढ़ा‑लिखा और अनपढ़ मिल जाएं…”
“ये बाबा फर्जी है, इसे कुछ नहीं आता।”
सपा समर्थक इसे जातीय समानता की राजनीति का उदाहरण मानते हुए #PDAजिंदाबाद कर रहे हैं। वीडियो का सोशल इमोशनल चर्चा जगाया जाना बोलता है कि छोटे शब्द कितनी बड़ी भावना उत्पन्न कर सकते हैं।
राजनीतिक असर: PDA बनाम BJP की सियासत
इस बातचीत ने पीछड़ा–दलित–अल्पसंख्यक (PDA) राजनीति और बीजेपी के बीच सियासी लड़ाई में एक नया आयाम जोड़ा है। देश भाजपा-पीडीए मुकाबले की चरमावस्था में है और ऐसे बयान अक्सर राजनीति की धुरी बदलने की क्षमता रखते हैं। यूपी चुनावों के चलते यह वीडियो और भी महत्व प्राप्त कर सकता है।