गुरुकुल में मासूम की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा, साथ पढ़ने वाले 10वीं के छात्र ने इसलिए ली जान…

शाहजहांपुर के तिलहर स्थित गुरुकुल महाविद्यालय में 7 जुलाई की रात संदिग्ध परिस्थितियों में मृत मिले कक्षा 6 के छात्र अनुराग यादव की मौत के पीछे की असल वजह का रविवार को एसओजी और थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया। मामूली विवाद में एक सीनियर छात्र ने उस पर बर्बर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
सोने की जगह को लेकर हुआ विवाद बना जानलेवा
कन्नौज जिले के थाना छिबरामऊ के रामखेड़ा गांव निवासी ब्रजेश कुमार का बेटा अनुराग यादव गुरुकुल महाविद्यालय में कक्षा छह में पढ़ता था। यज्ञशाला में सोने की जगह को लेकर उसका विवाद छात्र रामलखन से हो गया था। इसी विवाद को लेकर रामलखन ने गुस्से में आकर अनुराग पर हमला किया।
आरोपी रामलखन ने लात-घूंसे और सिर पर वार कर ली जान
पुलिस की जांच में सामने आया कि 18 वर्षीय रामलखन ने पहले बाथरूम जाने का बहाना कर यह देखा कि बाकी छात्र सो चुके हैं या नहीं। वापस आकर उसने अनुराग से किनारे लेटने को कहा। अनुराग के बड़बड़ाने पर उसने गुस्से में उसके सिर पर लात मारी और फिर गर्दन दबाकर चेहरे व कान के पास कई घूंसे मारे। इससे अनुराग बेहोश हो गया और उसके मुंह, नाक, कान से खून निकलने लगा।
खून से सना लोवर और टूटी डंडियां बनीं अहम सबूत
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर भारी चीज से लगी गुम चोट और हड्डी टूटने की पुष्टि हुई थी। इसी आधार पर पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच शुरू की। तलाशी में खून से सना लोवर और टूटी डंडियां मिलीं। पूछताछ में रामलखन ने बताया कि उसने खून लगे लोवर को अपने बक्से में छिपा दिया था और उसे धोने का प्लान था, लेकिन मौका नहीं मिला।
पुलिस की गहन जांच से टूटा आरोपी, कबूल किया जुर्म
पुलिस ने 26 छात्रों का मेडिकल परीक्षण कराया और यज्ञशाला में अनुराग के आसपास सोने वाले चार छात्रों से विशेष पूछताछ की। कई दौर की पूछताछ के बाद रामलखन टूट गया और उसने पूरी घटना का खुलासा कर दिया। उसने बताया कि वारदात के बाद वह चुपचाप अपनी चटाई पर जाकर सो गया था और सुबह बाकी छात्रों को खून दिखने पर उसने खुद ही ‘खबर देने’ का नाटक किया।
रात में मच्छरदानी सिलाई, फिर किया हमला
घटना से पहले रामलखन अपने साथियों सुधांशु और शिवाराज के साथ मच्छरदानी की सिलाई कर रहा था, जो फटी हुई थी। रात करीब 11 बजे तक सिलाई के बाद सब सो गए। इसके कुछ घंटों बाद ही विवाद हुआ और उसने हिंसक हमला कर दिया।
टीसी न होने से नहीं हुआ था एडमिशन, फिर भी रह रहा था छात्रावास में
रामलखन मूल रूप से लखीमपुर खीरी के थाना गोला के गांव रोहनिया का निवासी है। उसने 2025 में कक्षा 10 की परीक्षा दी थी, जिसमें वह अनुत्तीर्ण हो गया। टीसी (स्थानांतरण प्रमाणपत्र) न होने की वजह से उसका आधिकारिक रूप से एडमिशन नहीं हुआ था, फिर भी वह गुरुकुल में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
एसपी बोले— मामूली विवाद ने ली मासूम की जान
एसपी राजेश द्विवेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर में गंभीर चोट लगने से मौत की पुष्टि हुई है। आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में प्रयुक्त कपड़े एवं अन्य साक्ष्य बरामद कर लिए गए हैं।