जिसे माना भाई, उसी ने किया दुष्कर्म! दो बार हुआ गैंगरेप.. दोस्तों ने भी की बेहोश होने तक दरिंदगी, जमानत पर छूटा..

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने साथ हुए दो बार बलात्कार, मारपीट और अपहरण के गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मदद और शादी का झांसा देकर एक युवक ने पहले उसका रेप किया, फिर लगातार शोषण करता रहा। मामले में नया मोड़ तब आया जब जेल से छूटते ही आरोपी ने महिला को दोबारा अगवा कर सुनसान जगह पर गैंगरेप किया और झाड़ियों में फेंक दिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई।
अकेलेपन का फायदा उठाकर बना नर्क जैसा जीवन
पीड़िता के अनुसार, वह पहले ही एक असफल शादी और घरेलू हिंसा से जूझ रही थी। 2020 में अपने पति से अलग होकर वह दुबग्गा क्षेत्र में रहने लगी, जहां उसकी मुलाकात काकोरी के रहने वाले अंशू मौर्य उर्फ अभय से हुई। अंशू ने भाई बनकर नजदीकियां बढ़ाईं और फिर भरोसे का फायदा उठाकर बलात्कार किया। बाद में मंदिर में सिंदूर डालकर शादी का नाटक किया और लिव-इन में रहने लगा।
शादी का वादा, रेप और लगातार शोषण
महिला ने बताया कि अंशू बिना किसी काम के दिनभर घर पर रहता था और उसके पैसों से मौज करता था। उसने महिला से पैसे लेकर मोबाइल की दुकान खुलवाई और बहन की शादी के नाम पर 5.60 लाख रुपये ठग लिए। इस दौरान अंशू ने एक और लड़की से शादी तय कर ली। जब पीड़िता ने विरोध किया तो उसे बेरहमी से पीटा गया।
पुलिस में रिपोर्ट, फिर भी दोबारा अपहरण और गैंगरेप
16 मार्च को पीड़िता ने अंशू के खिलाफ दुबग्गा थाने में FIR दर्ज कराई, जिसमें रेप, मारपीट, धमकी और आर्थिक शोषण के आरोप लगाए गए थे। अंशू को पुलिस ने जेल भेजा, लेकिन जेल से छूटते ही उसने महिला को केस वापस लेने की धमकी दी। 11 जुलाई को अंशू कुछ लोगों के साथ काली कार में आया और पीड़िता को अगवा कर लिया।
बेहोशी तक गैंगरेप, फिर झाड़ियों में फेंका
पीड़िता के अनुसार, उसे सुनसान जगह ले जाकर उसका रेप किया गया और उसके साथ अंशू का एक और साथी भी था जिसने बलात्कार किया। महिला तब तक होश में नहीं आई जब तक वह झाड़ियों में बेहोशी की हालत में नहीं पड़ी रही। अगली सुबह जब होश आया, तो हाथ-पैर और मुंह बंधे थे और गांववाले उसके आसपास खड़े थे। उन्हीं की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
वायरल वीडियो ने खोली पुलिस की आंखें
इस घटना की गंभीरता तब उजागर हुई जब पीड़िता की हालत में एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें वह झाड़ियों में पड़ी थी। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने पहले मामले को लिव-इन रिलेशनशिप बताकर हल्के में लिया और समय पर न्याय नहीं दिलाया, जिससे आरोपी को दोबारा अपराध करने का मौका मिला।
बचपन से शुरू हुआ शोषण, अब तक जारी
महिला ने बताया कि बचपन में मां-बाप की मौत के बाद रिश्तेदारों ने उसकी जमीन हड़पने के लिए उसे अधमरा कर सड़क किनारे फेंक दिया था। बाद में एक मामा ने उसे पाला, लेकिन जीवनभर उसे धोखे, अत्याचार और यौन शोषण का सामना करना पड़ा।
आरोपी गिरफ्तार, साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई
इंस्पेक्टर अभिनव वर्मा के मुताबिक, आरोपी अंशू मौर्य के खिलाफ रेप, अपहरण और मारपीट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। उसके दो रिश्तेदारों को भी आरोपी बनाया गया है। अंशू को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया और अब आगे की कार्रवाई साक्ष्यों के आधार पर की जा रही है।
यह मामला सिर्फ एक महिला की त्रासदी नहीं, बल्कि न्यायिक और पुलिस तंत्र की लापरवाही का भी आईना है। पीड़िता ने कानून का सहारा लिया, लेकिन समय पर ठोस कार्रवाई न होने से उसे दोबारा शोषण का शिकार होना पड़ा। अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या दोषियों को सख्त सजा मिलती है या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।