“इतनी गोलियां मारेंगे कि पहचान..” BJP विधायक को खुलेआम धमकी ! एक कॉल से मचा हड़कंप, सुनिए..

उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक पत्रकार को फोन कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के देवरिया सदर से विधायक शलभ मणि त्रिपाठी को जान से मारने की धमकी दी गई। कॉल करने वाले ने धमकी देते हुए कहा, “इतनी गोलियां मारेंगे कि पहचान भी नहीं पाओगे।” इस धमकी से पत्रकार समेत पूरे मीडिया जगत में हड़कंप मच गया है।
धमकी देने वाला फोन पत्रकार के पास आया, FIR दर्ज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, देवरिया में एक स्थानीय पत्रकार को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर यह धमकी दी। कॉल में न सिर्फ भाजपा विधायक को निशाना बनाने की बात कही गई, बल्कि पत्रकार को चुप रहने की चेतावनी भी दी गई। पत्रकार ने इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
‘इतनी गोलियां मारेंगे..’ – कॉल में सुनाई गई खौफनाक बात
लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉल करने वाले ने पत्रकार से कहा, “भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी को गोली मार देंगे, इतनी गोलियां मारेंगे कि पहचान भी नहीं हो पाएगी।” यह बात कॉल रिकॉर्डिंग में दर्ज है, जिससे मामले की गंभीरता और बढ़ गई है। पुलिस ने धमकी भरे कॉल की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने शुरू की जांच, कॉलर को ट्रेस करने का दावा
पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल कार्रवाई शुरू की गई है। टेक्निकल सेल की मदद से कॉल करने वाले की लोकेशन ट्रेस की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि कॉलर की पहचान जल्द ही सामने आ जाएगी और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विधायक शलभ मणि त्रिपाठी की प्रतिक्रिया
इस पूरे मामले पर भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “सच की आवाज़ को दबाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। ऐसी धमकियां हमें डराने के लिए नहीं बल्कि और मजबूत करने के लिए मिलती हैं।” उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने और जांच में तेजी लाने की मांग की है।
पत्रकारों की सुरक्षा पर फिर उठा सवाल
इस घटना ने एक बार फिर पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पत्रकारों और मीडिया संस्थानों ने इस मामले की निंदा करते हुए सरकार से तत्काल सख्त कदम उठाने की मांग की है। मीडिया संगठनों का कहना है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अगर सुरक्षित नहीं रहेगा, तो सच की आवाज़ दब जाएगी।