ईरान की मिसाइल इजराइल के जिस अस्पताल पर गिरी.. उसमें 1 हजार बेड, सभी फुल, तस्वीरें देख कांप जाएगी रूह

इरान और इजराइल के बीच तनावपूर्ण हालात में इरान की ओर से देर रात एक बड़े हमले की सूचना सामने आई है। इस हमले में दक्षिणी इजराइल के बेयर शेवा शहर स्थित सोरोका मेडिकल सेंटर पर मिसाइल लगी, जो 1,000 बेड वाला प्रमुख अस्पताल है। हमले में तकरबीरन 40 लोग घायल हुए और अस्पताल को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
अस्पताल पर सीधे हमले की भयावहता
इरानी बैलिस्टिक मिसाइल से सोरोका मेडिकल सेंटर का एक हिस्सा क्षत-विक्षत हो गया। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों और दवाओं से भरे हिस्सों में भगदड़ मच गई। अस्पताल को तत्काल आपातकालीन मोड में बदल दिया गया और अब केवल जानलेवा मामलों के लिए ही प्रवेश किया जा रहा है।
घायल और ग्रामीण मरीजों की स्थिति
आतंकी हमले में लगभग 40–47 लोग घायल हुए। उनमें से कई को गंभीर चोटें आई हैं। अस्पताल के बाहर भाग रहे स्टाफ और मरीजों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें धुएँ से तहस-नहस बन चुके गलियारे दिखाई दे रहे हैं।
मिसाइलों की बौछार, गृहयुद्ध की कगार
इजराइल के दक्षिणी हिस्से पर सोरोका के अलावा टेल अविव और रमत गान में भी मिसाइलें गिरीं। असल हमले लक्ष्य नागरिक अस्पतालों व आवासीय इलाकों पर केंद्रित थे। इसके जवाब में इजराइल ने ईरान के अराक हैवी वाटर रिएक्टर और नतान्ज़ परमाणु साइट पर बमबारी की है। ये हमले सातवें दिन को चिह्नित करते हैं।
नेतन्याहू का कड़ा रुख
इजराइली प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “युद्ध अपराध” ठहराया है। उन्होंने ईरान को चेतावनी दी है – “हम आपको करारा जवाब देंगे। तिरान के हुक्मरानों को इसका भारी मूल्य चुकाना होगा।” विदेश और रक्षा मंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के संज्ञान की मांग की है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और क्षेत्रीय असर
हंपाता तनाव फैलने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने संभावित सैन्य हस्तक्षेप पर विचार किया है। संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय देश संघर्ष की तीव्रता को लेकर चिंतित हैं और युद्धविराम की मांग कर रहे हैं। चीन ने शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया, जबकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अत्यंत कार्रवाई से बचने की चेतावनी दी है।