1.14 करोड़ भी लुटे.. फिर इज्जत भी लूटी, यूपी में महिला से ठगी और दरिंदगी का सनसनीखेज मामला.. देखें रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ज़िले के मझोला थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक निजी फाइनेंस कंपनी में काम करने वाली महिला के साथ न केवल 1.14 करोड़ रुपये की ठगी की गई, बल्कि रकम वापसी के बहाने उसे बुलाकर तीन सहकर्मियों ने कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म भी किया। पीड़िता की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

फाइनेंस कंपनी के सहकर्मियों ने दिया निवेश का झांसा

पीड़िता का कहना है कि वह मझोला थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी में रहती है और एक निजी फाइनेंस कंपनी में कार्यरत है। उसी कंपनी में ठाकुरद्वारा के बड़ा बाजार निवासी रोहित सैनी, तरुण और डिलारी अब्दुल्लापुर पूर्वी निवासी सुमित कुमार भी काम करते थे। आरोपी रोहित सैनी ने महिला को निवेश का लालच दिया और दावा किया कि निवेश करने पर बड़ा मुनाफा मिलेगा।

रिश्तेदारों और परिचितों से जुटाई रकम, फिर मिला धोखा

आरोपियों के झांसे में आकर पीड़िता ने न सिर्फ अपनी बल्कि अपने रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों की कुल 1.14 करोड़ रुपये की राशि फाइनेंस कंपनी में लगा दी। यह पूरी रकम रोहित सैनी और उसके दो साथियों को सौंपी गई। लेकिन रकम लेने के बाद तीनों आरोपियों ने न तो मुनाफा लौटाया और न ही असली रकम।

मकान में बुलाकर किया दुष्कर्म, कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला

जब पीड़िता ने रकम वापसी का दबाव बनाया, तो आरोपी उसे एक सुनसान मकान में रकम देने के बहाने बुला ले गए। वहां उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया। बेहोशी की हालत में पीड़िता के साथ तीनों आरोपियों ने गैंगरेप किया। होश में आने पर जब महिला ने विरोध किया, तो उसे धमकी देकर भगा दिया गया।

तीनों आरोपियों पर केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में आई। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर तीनों आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप, धोखाधड़ी और धमकी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस विवेचना में जुटी है और सभी तथ्यों की जांच की जा रही है।

सवालों के घेरे में फाइनेंस कंपनी

इस मामले से न केवल महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठे हैं, बल्कि निजी फाइनेंस कंपनियों की निगरानी और पारदर्शिता पर भी गंभीर प्रश्न खड़े हो गए हैं। पुलिस अब आरोपियों की तलाश कर रही है, साथ ही यह जांच भी चल रही है कि क्या कंपनी की भूमिका भी इस ठगी में शामिल थी।

निवेश के नाम पर महिलाओं को शिकार

यह मामला साफ दर्शाता है कि मुनाफे का लालच देकर आर्थिक और शारीरिक शोषण का यह तरीका अब संगठित रूप लेता जा रहा है। समाज और कानून व्यवस्था दोनों को इससे निपटने के लिए अधिक सतर्क और सख्त होना होगा।

 

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