Israel-Iran War: भारत की बड़ी कार्रवाई ! तेहरान से भारतीय छात्रों का रेस्क्यू शुरू, आर्मेनिया के रास्ते लाया जा रहा..

ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते संघर्ष के बीच भारत ने बड़ा कदम उठाते हुए तेहरान में रह रहे भारतीय छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। इस कार्रवाई में भारतीय दूतावास की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है, जिसके तहत अब तक 100 से अधिक भारतीय नागरिकों को आर्मेनिया बॉर्डर के जरिए ईरान से बाहर निकाला जा चुका है।
विदेश मंत्रालय की निगरानी में निकासी अभियान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने सोमवार, 16 जून को ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की निकासी प्रक्रिया शुरू की थी। मंत्रालय की ओर से जारी बयान में बताया गया कि तेहरान में मौजूद भारतीय छात्रों को दूतावास की ओर से किए गए विशेष इंतजामों के तहत राजधानी से बाहर निकाला गया है। चूंकि ईरान का हवाई क्षेत्र वर्तमान में बंद है, ऐसे में छात्रों को सड़क मार्ग से आर्मेनिया की सीमा तक पहुंचाया जा रहा है।
आर्मेनिया और जॉर्जिया के रास्ते भारत लाने की योजना
सरकारी सूत्रों की मानें तो जिन भारतीयों को तेहरान से निकाला गया है, उन्हें अब आर्मेनिया, जॉर्जिया या पश्चिम एशिया के सुरक्षित रूट्स से भारत लाने की योजना पर काम हो रहा है। निकाले गए छात्रों को सुरक्षित ठिकानों पर रखा गया है और उनके आगे के सफर के लिए तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं।
तेहरान में डेढ़ हजार कश्मीरी छात्रों समेत 10 हजार भारतीय
ईरान में लगभग 10 हजार भारतीय छात्र मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से डेढ़ हजार छात्र जम्मू-कश्मीर से हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तीन यूनिवर्सिटियों के छात्रों को विशेष सुरक्षा व्यवस्था के तहत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
दूतावास की एडवाइजरी: खतरा देखते हुए सतर्क रहने की अपील
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि जो भी भारतीय तेहरान से बाहर जा सकते हैं, वे तुरंत सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। साथ ही, इजराइल की राजधानी तेल अवीव में स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि वे बंकरों में शरण लें और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
भारतीय दूतावास की सतर्कता बनी उम्मीद की किरण
तेहरान में भारतीय दूतावास लगातार स्थानीय भारतीयों के संपर्क में है और सभी आवश्यक सहयोग प्रदान कर रहा है। तनावपूर्ण माहौल के बीच दूतावास की सक्रियता और भारत सरकार की तत्परता भारतीय छात्रों और उनके परिवारों के लिए राहत और भरोसे की बात है।