हादसे के बाद मसीहा बने पुणे DCP, दौरा पड़ते युवक को सड़क से उठाया, बचाई अनमोल जान.. देखें दिल छू लेने वाला Video

पुणे के जगताप चौक (Jagtap Chowk) पर बुधवार दोपहर एक तेज रफ्तार कार ने मोटरसाइकिल सवार युवक को टक्कर मारी। परिणामस्वरूप युवक सड़क पर गिर गया। जिसके बाद उसे दौरे पड़ने लग गए और उसकी स्थिति बिगड़ती चली गई। इसी बीच वहां से गुजर रहे पुणे के DCP और पूर्व चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप भाजिभकरे ने अपनी मेडिकल और पुलिस प्रशिक्षण का उपयोग कर उस युवक की जान बचाई।

घटना स्थल पर तुरंत उपचार

दौरे (seizure) के चलते युवक की हालत गंभीर थी। डॉ. भाजिभकरे ने तुरंत रक्त-संचार चैक किया, जबड़े ढीला किया और घायल युवक को बेहोशी से बाहर लाना शुरू किया। तत्पश्चात उन्होंने युवक को आस-पास के अस्पताल भेजा, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसकी हालत स्थिर हुई।

पुलिस-कम-डॉक्टर की भूमिका ने बदल दी तस्वीर

नियमित पुलिसिंग के अलावा डॉ. भाजिभकरे ने अपनी डॉक्टर वाली समझ का उपयोग किया। फोम या लार खाने की नली में न घुस पाए, इसके लिए सर को एक तरफ रखा। जबड़ों के जकड़ने से सांस रुकने का बचाव किया।

शांति बनाकर साथी पुलिस और राहगीरों को मदद के निर्देश दिए ।

सोशल मीडिया में वायरल हुआ सच्चा हीरो

वीडियो वायरल होने के बाद से लोग और ब्लॉग इस साहसिक कार्रवाई की तारीफ़ कर रहे हैं।
LinkedIn पर एक शख्स ने लिखा: “वर्दी में अभिभावक: डीसीपी डॉ. संदीप भजीभाकरे ने पुणे में एक जीवन बचाया”

वहीं, Twitter/X पर भी यूज़र्स ने उनकी त्वरित कार्रवाई को “मनोबल और करुणा” की मिसाल बताया ।

हालांकि, ये वीडियो कब का है यह कह पाना मुश्किल है, लेकिन सोशल मीडिया पर ये हाल फिलहाल में वायरल हुआ है। यूजर्स इसे शेयर कर रहे हैं और इस रियल लाइफ हीरो की जमकर चर्चा भी हो रही है।

विशेषज्ञों और पुलिस का संदेश

डॉ. भाजपािभकरे ने जनता को बुलाया और कहा : दुर्घटना पर तुरंत मदद करें—पानी, ढीली सफ़ाई, और सिर को हिलाएं।

दौरे की स्थिति में गलत “घरेलू इलाज” प्रयोग न करें—जैसे प्याज़ सौंघना, चप्पल मारना आदि।

कानून और चिकित्सा—दोनों चाहिए

डॉ. संदीप भाजिभकरे का यह कामित्र व्यवहार और साहस न केवल उस युवक की जान बचाने वाला एक्शन था, बल्कि यह पुणे पुलिस और पूरे देश के लिए एक सीख है—कि कानून और मानवता साथ चलें तो कार्नर स्थिति भी जीवनदान बन सकती है।

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