ये हो क्या रहा है ! अब केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश, पायलट समेत 7 लोगों की मौत.. हादसे की वजह भी आई सामने

15 जून 2025 की सुबह लगभग 5:20 बजे, केदारनाथ से गुप्तकाशी जा रही आर्यन एविएशन की हेलीकॉप्टर उड़ान ट्रैजुगिनारायण–गौरीकुंड के बीच क्रैश हो गई थी। शुरुआती रिपोर्ट्स बताती हैं कि खराब मौसम और तकनीकी समस्याओं की वजह से चॉपर सुरक्षित मार्ग भटक गया था। हेलिकॉप्टर आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा था, जो यात्रियों को केदारनाथ से गुप्तकाशी हेलीपैड तक ले जा रहा था। आर्यन एविएशन चारधाम यात्रा में पंजीकृत ऑपरेटरों में से एक है।
कौन थे सवार ?
पायलट व श्रद्धालुकों की पहचान
इस हेलीकॉप्टर में कुल 7 लोग सवार थे — 1 पायलट और 6 यात्री (5 वयस्क + 1 बच्चा)। यात्रियों में कई राज्य के लोग शामिल थे: उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात।
इस हादसे में जिन 7 लोगों की मौत हुई, उनकी पहचान निम्न प्रकार है:
कैप्टन राजबीर सिंह चौहान (पायलट, जयपुर)
विक्रम रावत (बदरीनाथ–केदारनाथ मंदिर समिति)
विनोद देवी, उम्र 66 (उत्तर प्रदेश)
तृष्टि सिंह, उम्र 19 (उत्तर प्रदेश)
राजकुमार सुरेश जायसवाल (गुजरात)
श्रद्धा राजकुमार जायसवाल (महाराष्ट्र)
काशी, उम्र 2 वर्ष (महाराष्ट्र)
हादसे का स्थल और बचाव कार्य
यह हादसा गौरीकुंड के जंगलों में हुआ, जहाँ सुबह की जगह पर कड़ाके की ठंड तथा घना कोहरा था। स्थानीय महिला घास काटते समय मलबे के बीच से निकलता धुआँ देखकर प्रशासन को सूचित किया ।एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, स्थानीय पुलिस के साथ रुद्रप्रयाग ज़िला प्रशासन घटनास्थल पर बचाव कार्य में जुटा था, हालांकि मौसम और दुर्गम इलाका कार्य को मुश्किल बना रहे थे।
पिछली घटनाओं की परतें, खतरा मंडरा रहा है
इससे पहले 8 मई को गंगोत्री के पास और 17 मई को एयर एम्बुलेंस क्रैश हुआ था। 7 जून को भी इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी— ये हिमालय क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे हादसों का प्रमाण है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया, सेवाएँ स्थगित, जांच तेज
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने X पर संवेदना व्यक्त की और बचाव दलों को ‘पूरी कार्रवाही’ का निर्देश दिया। इसके बाद चार धाम क्षेत्र में सरकारी और निजी हेली सेवाओं को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश जारी हुआ। DGCA और UCADA ने तकनीकी कारणों और मौसम की समीक्षा के लिए उच्च-स्तरीय समिति गठित की है, जो एसओपी में बदलाव और हेली ऑपरेटरों की जवाबदेही तय करेगी।
मौसम या तकनीकी गड़बड़ी ?
शुरुआती जांच में खराब मौसम और तकनीकी खराबी को कारण बताया जा रहा है। दुर्घटना से कुछ समय पहले क्षेत्र में घना कोहरा और हल्की बारिश थी। हालांकि, सटीक कारणों का पता लगाने के लिए DGCA और UCADA ने संयुक्त जांच के आदेश दिए हैं। हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
चारधाम हेलीकॉप्टर सेवाओं पर रोक
हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ने चारधाम क्षेत्र में सभी हेलिकॉप्टर सेवाओं को तुरंत प्रभाव से रोक दिया है। लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया। बीते कुछ ही हफ्तों में यह तीसरा हवाई हादसा है, जिससे हेली सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे हैं।
दुआएं और जनसमर्थन, श्रद्धालुओं का सदमा
तीर्थयात्रियों में खास भूमिका निभाने वाले इस क्षेत्र में हादसों ने आम जनता व श्रद्धालुओं को स्तब्ध कर दिया है। सोशल मीडिया और स्थानीय मंदिरों में मृतकों की आत्मा की शांति व घायल यात्रियों की शीघ्र पुनर्प्राप्ति के लिए व्यापक कवायत हुई है।
दुर्गम और मौसम-प्रवण क्षेत्र में लगातार हो रहे हेलीकॉप्टर हादसे बहुत चिंताजनक संकेत हैं। प्रशासन द्वारा सेवा-स्थगन और SOP में बदलाव सकारात्मक कदम हैं, पर अब इसका रहस्योद्घाटन और जांच रिपोर्ट तय करेगी कि क्या भविष्य में यात्री सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी।