दर्दनाक: सर फटा.. आँखे बाहर आ गईं ! 17 वर्षीय अमान्या पर गिरा 250 किलो का गेट, FIR दर्ज.. गलती किसकी ?

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बुधवार की सुबह एक हृदय विदारक हादसा हुआ, जब मॉर्निंग वॉक के लिए पार्क गई एक 17 वर्षीय छात्रा की सिर पर भारी गेट गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। मृतका अमान्या गुप्ता 11वीं कक्षा की छात्रा थीं और डॉक्टर बनने का सपना देख रही थीं। हादसे के बाद इलाके में आक्रोश है और नगर निगम पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगे हैं।

मॉर्निंग वॉक बना मौत की वजह

बुधवार सुबह करीब 6 बजे अमान्या गुप्ता अपनी दो बहनों—नेहा और नीलम के साथ यमुना बैंक रोड स्थित पार्क में रोजाना की तरह टहलने गई थीं। वॉक खत्म कर जब तीनों बहनें पार्क से बाहर निकल रही थीं, तभी अचानक भारी भरकम लोहे से बना 250 किलो का मुख्य गेट अमान्या के सिर पर आ गिरा। जिस कारण अमान्या का सर फट गया और उसकी आँखे तक बाहर आ गईं।

प्राथमिक इलाज के बाद नहीं बची जान

जिसके बाद अमान्या को तुरंत गंगोत्री हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताकर स्वरूप रानी चिकित्सालय रेफर कर दिया। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी अमान्या की जान नहीं बचाई जा सकी। परिवार की आंखों के सामने उनकी बेटी का सपना टूट गया।

हाल ही में हुआ था पार्क का जीर्णोद्धार

गौरतलब है कि कीडगंज इलाके के यमुना बैंक रोड पर स्थित इस पार्क का जीर्णोद्धार हाल ही में 26 अप्रैल, 2025 को हुआ था। पार्क में नया गेट भी लगाया गया था। हालाँकि, गेट बार-बार गिरने की घटनाएं पहले भी हो चुकी थीं। स्थानीय निवासी राजा ने बताया कि अब तक 4-5 बार गेट गिर चुका है, जिसमें 2 बार लोग घायल भी हुए हैं। लेकिन नगर निगम ने इसे हल्के वेल्डिंग से जोड़कर छोड़ दिया।

परिवार की शिकायत: FIR दर्ज, जांच शुरू

मृतका के पिता उमेश चंद्र गुप्ता ने नगर निगम के मुख्य अभियंता, नगर अभियंता, सहायक अभियंता, अवर अभियंता और ठेकेदार सुजान सिंह को दोषी ठहराते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कीडगंज थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह लापरवाही का मामला है और FIR दर्ज कर ली गई है। दोषियों की जांच की जा रही है।

“पापा की डॉक्टर बेटी अब कभी नहीं लौटेगी”

मां संगीता गुप्ता और बहनें इस गहरे दुख से उबर नहीं पा रही हैं। संगीता कहती हैं, “घर में सब उसे ‘डॉक्टर बेटी’ कहते थे। उसका सपना था कि वह डॉक्टर बने और भाई की देखभाल करे। वह अपने दिव्यांग भाई के बेहद करीब थी। आज भाई भी गुमसुम है, खाना तक नहीं खा रहा।”

गेट की मरम्मत को लेकर पहले से थी शिकायतें

अमान्या के जीजा शनि मोदनवाल ने बताया कि गेट की फिटिंग पहले से ही ढीली थी। “इससे पहले भी हादसे हुए हैं, लेकिन किसी ने मरम्मत नहीं कराई। नगर निगम और ठेकेदारों की लापरवाही की वजह से यह जान गई है। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।” वहीं, मोहल्ले में रहने वाली रूपा गुप्ता ने कहा, “अगर उद्घाटन से पहले ही गेट गिर जाए तो भविष्य में क्या उम्मीद की जाए?”

लोगों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग

हादसे के बाद मोहल्ले में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि नगर निगम और ठेकेदार की लापरवाही से एक होनहार बेटी की जान गई है। स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई नहीं हुई, तो वे प्रदर्शन करेंगे।

 

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