Plane Crash: रिक्शा चलाकर बेटी को पढ़ाया.. मल्टीनेशनल कंपनी की प्रतिनिधि बनकर जा रही थी लंदन, मौत

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। हादसे में अब तक 242 में से 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। केवल एक व्यक्ति ही इस भीषण हादसे से जीवित निकल पाया है।
इस दुर्घटना से जुड़ी एक-एक कर यात्रियों की व्यक्तिगत कहानियाँ सामने आ रही हैं। इन्हीं में से एक है पायल खटीक की मार्मिक कहानी, जो अपने पिता के संघर्षों के दम पर पहली बार फ्लाइट में बैठकर लंदन जा रही थीं — लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही किस्मत ने रास्ता बदल दिया।

रिक्शा चालक की बेटी बनी कंपनी की प्रतिनिधि

पायल खटीक मूल रूप से राजस्थान के खटीक समुदाय से ताल्लुक रखती थीं, लेकिन परिवार वर्षों से गुजरात के हिम्मतनगर में रहकर व्यवसाय कर रहा था। पायल एक निजी मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत थीं और उन्हें कंपनी की ओर से लंदन भेजा जा रहा था। यह उनकी जिंदगी की पहली हवाई यात्रा थी। उनके पिता सुरेशभाई खटीक लोडिंग रिक्शा चलाकर परिवार पालते हैं और उन्होंने बेटी को पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।

सपनों की उड़ान बनी अंतिम यात्रा

सुरेशभाई ने बेटी को उन ऊंचाइयों तक पहुंचाया, जहां से उसका भविष्य सुनहरा दिख रहा था। लेकिन 13 जून, गुरुवार दोपहर 1:39 बजे, जब एअर इंडिया AI-171 ने अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी, किसी को अंदेशा भी नहीं था कि यह फ्लाइट दुर्घटना की ओर बढ़ रही है। उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद विमान ने मेघानी नगर क्षेत्र में बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग से टकराकर अतुल्यम हॉस्टल से भी टक्कर मारी। देखते ही देखते विमान आग के गोले में तब्दील हो गया।

दृश्य हुआ भयावह, धुआं, मलबा और चीख-पुकार

हादसे के तुरंत बाद पूरा इलाका धुएं और मलबे से भर गया। स्थानीय लोगों ने बचाव कार्य में मदद की, लेकिन विमान में सवार लोगों के लिए समय निकल चुका था। 242 यात्रियों में से केवल एक व्यक्ति ही जीवित पाया गया, बाकी सभी की मौत की पुष्टि की गई है। पायल की मौत की सूचना जब उनके परिवार तक पहुंची, तो सुरेशभाई और परिजन बेसुध हो गए। वे आज भी रिक्शा चलाकर परिवार पालते हैं और कभी सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि बेटी के सपनों की उड़ान यहीं रुक जाएगी।

सवाल और जांच: हादसा या साजिश?

हालांकि अभी तक विमान हादसे के कारणों को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन हादसे के एक दिन बाद थाईलैंड में एअर इंडिया की एक अन्य फ्लाइट में बम की धमकी के बाद आपात लैंडिंग कराई गई थी। इस कड़ी में सोशल मीडिया पर यह बहस तेज हो गई है कि कहीं यह हादसा किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं था। फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने इस दुर्घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है, और जांच एजेंसियां तकनीकी और सुरक्षा पहलुओं से मामले की गहराई से जांच कर रही हैं।

एक बेटी, एक पिता और एक टूटे हुए सपने की कहानी

पायल खटीक की कहानी एक सामान्य परिवार के संघर्ष और सपनों की कहानी है। यह सिर्फ एक व्यक्ति की मृत्यु नहीं, बल्कि सपनों के बिखरने की कहानी है। ऐसे हादसे न केवल तकनीकी विफलताओं की ओर संकेत करते हैं, बल्कि विमानन सुरक्षा की समीक्षा की भी मांग करते हैं। इस दुखद क्षण में पूरा देश शोक में है और सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

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