पैसों का विवाद या रिश्ते में शक ? 300 CCTV रिकॉर्डिंग ने खोला हत्या का सच, जानिए क्या है पूरी घटना

हापुड़ के सिखेड़ा गांव से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला की लाश सूटकेस में मिली। जांच में खुलासा हुआ कि मृतका दिल्ली की रहने वाली नीलेश थी, जिसकी हत्या उसके प्रेमी सतेंद्र यादव ने की थी। हत्या का कारण बना रुपयों का विवाद और रिश्तों में शक।
लापता युवती का शव सूटकेस में मिला
30 मई को हापुड़ के पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र स्थित सिखेड़ा गांव के पास रजवाहे में एक सूटकेस मिला, जिसमें एक महिला की सड़ी-गली लाश थी। शव की हालत देखकर पहचान मुश्किल थी। पोस्टमार्टम में पुष्टि हुई कि महिला की गला घोंटकर हत्या की गई है।
पहचान के लिए खंगाले गए 300 CCTV कैमरे
पुलिस ने इस अज्ञात शव की पहचान के लिए तीन टीमों का गठन किया। 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरे और टोल प्लाजा डेटा खंगाले गए लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला। इसके बाद आसपास के जिलों और दिल्ली के थानों से समन्वय कर शव की पहचान की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई। गुरुवार रात मृतका की पहचान दिल्ली के मयूर विहार निवासी 30 वर्षीय नीलेश के रूप में हुई।
प्रेमी सतेंद्र यादव गिरफ्तार, हत्या की साजिश एक महीने पुरानी
जांच में सामने आया कि नीलेश का तीन साल से सतेंद्र यादव नामक युवक से प्रेम संबंध था। सतेंद्र चित्रकूट के रहुटाखेर गांव का निवासी है और वर्तमान में दिल्ली के विनोद नगर में किराए पर रह रहा था। नीलेश की हत्या उसी ने की थी, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने स्वीकार किया कि वह एक महीने से हत्या की योजना बना रहा था।
पैसों को लेकर हुआ विवाद, पुलिस से शिकायत की धमकी के बाद की हत्या
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने नीलेश से 5.25 लाख रुपये उधार लिए थे। ये पैसे नीलेश को उसके पिता ने शादी के लिए दिए थे। परिजन बार-बार पैसे मांग रहे थे, जिससे वह सतेंद्र पर दबाव बना रही थी। 28 मई को वह सतेंद्र से मिलने विनोद नगर गई थी, जहां पैसे को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। नीलेश ने पुलिस में शिकायत की धमकी दी, जिससे गुस्से में आकर सतेंद्र ने चुनरी से उसका गला घोंटकर हत्या कर दी।
शव को सूटकेस में रख सुनसान इलाके में फेंका
हत्या के बाद आरोपी ने नीलेश के शव को एक आसमानी रंग के सूटकेस में बंद किया और अपनी कार से उसे लेकर हापुड़ के सिखेड़ा गांव के सुनसान क्षेत्र में रजवाहे के पास फेंक दिया। टोल टैक्स बचाने के लिए उसने वैकल्पिक मार्ग चुना था। लोगों ने सूटकेस को दो दिन बाद देखा, तब तक शव काफी सड़ चुका था।
बैंक KYC के बहाने घर से निकली थी नीलेश
नीलेश ने घर से बैंक में केवाईसी कराने का बहाना बनाकर निकली थी। वह सच में बैंक गई और फार्म भी लिया, लेकिन घर नहीं लौटी। उसके परिजनों ने मयूर विहार थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बाद में आरोपी के घर से नीलेश की पासबुक, चेक, आधार कार्ड और वह फार्म भी बरामद किया गया।
शक और रिश्तों में दरार बनी हत्या की एक और वजह
पुलिस के अनुसार, सतेंद्र को नीलेश पर शक था क्योंकि वह उसका फोन कम उठाती थी और उसका नंबर भी अक्सर बिजी आता था। इसी कारण उनके रिश्ते में खटास आने लगी थी और उसने पहले से ही हत्या का मन बना लिया था। नीलेश के पैसों से ही सतेंद्र ने कार खरीदी थी।
प्रेम संबंध का अतीत: तीन साल का साथ, लेकिन भयावह अंत
नीलेश मूल रूप से इटावा की रहने वाली थी और वर्तमान में अपने परिवार के साथ त्रिलोकपुरी में रहती थी। सतेंद्र निर्माण कंपनी में कार्यरत है और उसके पिता होमगार्ड में हैं। दोनों का प्रेम संबंध तीन वर्षों से चल रहा था। लेकिन अंत विश्वासघात, लालच और हत्या की कहानी में तब्दील हो गया।