बकरीद 2025: मुस्लिम समाज की बड़ी पहल, इन लोगों के लिए खास दुआएं.. जानिए क्या है यूपी का माहौल

ईद-उल-अजहा या बकरीद का पर्व इस वर्ष पूरे देश में शांति और भाईचारे के माहौल में मनाया जा रहा है। आज सुबह से ही मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की नमाज अदा की गई, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शरीक हुए। यह त्योहार न सिर्फ धार्मिक आस्था, बल्कि बलिदान और एकता का प्रतीक भी माना जाता है।

सैनिकों के लिए दुआ, देश में अमन चैन की कामना

नमाज के दौरान देश की सलामती और सैनिकों की सुरक्षा के लिए खास दुआ की गई। ईदगाहों और मस्जिदों में इकट्ठा हुए नमाजियों ने भारत के वीर सैनिकों के लिए दुआएं कीं, जो देश की सीमाओं पर तैनात होकर हमारी रक्षा कर रहे हैं। साथ ही देश में अमन, चैन और भाईचारे की भावना बनी रहे, इसके लिए भी फरियाद की गई।

यूपी के शहरों में दिखा शांतिपूर्ण माहौल

उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों जैसे आगरा, अलीगढ़, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद और फिरोजाबाद में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई। सुबह होते ही लोगों ने पारंपरिक परिधान में ईदगाहों और मस्जिदों का रुख किया। वहां नमाज पढ़ी गई और त्योहार की शुरुआत दुआओं के साथ हुई।

सुरक्षा के मद्देनज़र यूपी पुलिस का कड़ा पहरा

त्योहार को देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। विशेष रूप से यूपी के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल की तैनाती रही। ड्रोन से निगरानी, सीसीटीवी कैमरे, और स्थानीय खुफिया इकाइयों की सक्रियता से कानून व्यवस्था बनी रही। किसी भी अफवाह को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी गई।

कुर्बानी का सिलसिला शुरू, धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन

नमाज के बाद बकरीद की मुख्य परंपरा कुर्बानी का सिलसिला शुरू हुआ। लोगों ने इस्लामी परंपरा के अनुसार जानवरों की कुर्बानी दी और जरूरतमंदों में मांस बांटा। इस दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा गया और स्थानीय निकायों द्वारा पहले से तैयारी की गई थी ताकि कहीं कोई अव्यवस्था न हो।

समाज में भाईचारे और सहयोग का संदेश

बकरीद न सिर्फ एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि समाज में भाईचारे, सहिष्णुता और परस्पर सहयोग का भी संदेश देता है। इस मौके पर विभिन्न धर्मों के लोगों ने भी अपने मुस्लिम मित्रों को बधाई दी और एकता का परिचय दिया। त्योहार की गरिमा बनाए रखने में हर वर्ग ने योगदान दिया।

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