“यह मुगल-ए-आज़म का दौर नहीं..”, अनुष्का यादव के भाई की लालू यादव को चेतावनी.. तेजप्रताप मौन !

पटना: बिहार की सियासत में तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के रिश्ते को लेकर मचे घमासान के बीच एक बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। पहली बार अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव कैमरे के सामने आए और उन्होंने मीडिया से खुलकर बात की। उन्होंने इस पूरे विवाद पर न सिर्फ चिंता जाहिर की, बल्कि लालू प्रसाद यादव से भी अपील की कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और परिवार की प्रतिष्ठा को और नुकसान से बचाएं।
पहली बार कैमरे पर आए अनुष्का के भाई, कहा- “इज्जत की नीलामी बंद हो”
आकाश यादव ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि वे निजी मामलों को मीडिया के सामने लाना नहीं चाहते, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा,
“दो परिवारों की इज्जत नीलाम की जा रही है। यह सिलसिला रोका जाना चाहिए। यह मसला अब इज्जत का है, इसे राजनीतिक हथियार न बनाएं।”
उन्होंने भावुक लहजे में कहा कि यह एक “गरीब परिवार की बेटी की इज्जत” का सवाल है, जिसे सड़क पर यूं न उछाला जाए।
“तेज प्रताप को पार्टी और घर से निकालना सही नहीं”
RJD से तेज प्रताप यादव को बाहर निकालने के फैसले पर भी आकाश यादव ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि तेज प्रताप ने भले ही सोशल मीडिया पर पोस्ट किया हो, लेकिन सिर्फ इस आधार पर उन्हें पार्टी से निकालना जल्दबाज़ी है।
उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई अभी बहुत दूर तक जाएगी और जरूरत पड़ी तो वे अपनी संपत्ति की जांच तक करवाने को तैयार हैं।
लालू यादव से अपील- “यह मुगल-ए-आजम का दौर नहीं”
बातचीत में आकाश यादव ने लालू यादव का सम्मान करते हुए कहा कि वे बड़े हैं और उन्होंने हम सबको बहुत कुछ सिखाया है। लेकिन साथ ही यह भी जोड़ा,
“आज का वक्त वह नहीं है कि किसी को मनमर्जी से घर से निकाल दिया जाए। यह मुगल-ए-आज़म का दौर नहीं रहा।”
उन्होंने लालू यादव से अनुरोध किया कि वे दो परिवारों की इज्जत को बचाने के लिए पहल करें और मामले को सुलझाएं।
राजनीतिक विवाद की चपेट में निजी रिश्ते
तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के रिश्ते में खटास और अब उसमें आए सार्वजनिक बयानबाज़ी ने इसे महज पारिवारिक मसला नहीं रहने दिया है। यह अब एक राजनीतिक और सामाजिक बहस का मुद्दा बन चुका है, जहां दो परिवारों की गरिमा और व्यक्तिगत प्रतिष्ठा दांव पर लग गई है। ऐसे में दोनों पक्षों को संयम और समझदारी से काम लेना चाहिए ताकि मामला और न बिगड़े।