बड़ी खबर: जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांड तबाह ! अबु जुंदाल और इस खतरनाक आतंकी का नाम शामिल

7 मई 2025 को भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे। यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में की गई, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इस ऑपरेशन में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी संगठनों के शीर्ष कमांडरों को निशाना बनाया।
जैश-ए-मोहम्मद का शीर्ष कमांडर मारा गया
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय ‘मरकज सुभान अल्लाह’ को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। इस हमले में संगठन का शीर्ष कमांडर अब्दुल रऊफ अज़हर मारा गया, जो 2002 में अमेरिकी पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या सहित कई आतंकी हमलों में शामिल था। अज़हर को अमेरिका ने 2010 में वैश्विक आतंकवादी घोषित किया था।
लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख ठिकानों पर भी हमला
भारतीय वायुसेना ने लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके स्थित प्रशिक्षण केंद्र को भी निशाना बनाया, जो 2008 के मुंबई हमलों और अन्य आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। इस हमले में लश्कर का इंचार्ज अबु जुंदाल भी मारा गया। इसके अलावा, लश्कर के अन्य प्रमुख आतंकियों में मुदस्सर का भी नाम शामिल है, जिसे पाकिस्तान की सेना ने मारे जाने के बाद सम्मानित किया था।
हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों का भी सफाया
ऑपरेशन सिंदूर के तहत हिजबुल मुजाहिद्दीन के मुजफ्फराबाद स्थित सैयदना बिलाल कैंप को भी निशाना बनाया गया। यह कैंप जम्मू-कश्मीर में आतंकी घुसपैठ का प्रमुख केंद्र था। इस हमले में कई आतंकवादी मारे गए, जिससे संगठन की गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ा है।
आतंकवाद के खिलाफ भारत की सख्त नीति
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का स्पष्ट संकेत है। इस कार्रवाई ने न केवल पहलगाम हमले का प्रतिशोध लिया, बल्कि पाकिस्तान में सक्रिय आतंकी संगठनों को भी करारा जवाब दिया है। हालांकि, इस ऑपरेशन के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है, जिससे दोनों देशों के बीच संवाद और कूटनीतिक प्रयासों की आवश्यकता और भी बढ़ गई है।