Viral: विवादों में बॉलीवुड एक्ट्रेस ‘साहिबा बाली’, किताबों से मुगलों का इतिहास हटाने पर कही थी ये बात

फिल्म चमकीला में दमदार किरदार निभा चुकीं अभिनेत्री साहिबा बाली इन दिनों एनसीईआरटी (NCERT) की किताबों में किए गए बदलावों को लेकर चर्चे में हैं। हाल ही में उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से इतिहास के अध्यायों को हटाए जाने पर नाराजगी जताई है और सवाल किया है कि “इतिहास को आखिर कैसे हटाया जा सकता है?” उनका यह बयान शिक्षा प्रणाली को लेकर चल रही बहस में नया आयाम जोड़ता है।
साहिबा बाली की दो टूक: इतिहास हटाना समझदारी नहीं
अभिनेत्री साहिबा बाली ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए एनसीईआरटी के कदम पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा,
“ज़रूर, और अधिक क्षेत्रीय इतिहास शामिल करें, धार्मिक चीजों को भी पढ़ाएं, भारतीय शासकों पर ध्यान केंद्रित करें, लेकिन आप इतिहास कैसे हटा सकते हैं?”
साहिबा का मानना है कि इतिहास से छेड़छाड़ करना देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक समझ को कमजोर करता है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि फारसी, तुर्की और अफगान प्रभाव उत्तर भारत की पहचान का हिस्सा हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
वीडियो के जरिए भी उठाई आवाज
साहिबा बाली ने सिर्फ लिखित पोस्ट नहीं बल्कि एक वीडियो स्टोरी भी साझा की, जिसमें उन्होंने चिंता जताई कि इतिहास के अहम हिस्से हटा दिए गए हैं, जिससे भविष्य की पीढ़ी को भारत की जटिल और समृद्ध विरासत को समझने में कठिनाई होगी।
किस बात पर हुआ विवाद: एनसीईआरटी का नया पाठ्यक्रम
एनसीईआरटी ने हाल ही में कक्षा 7 की सामाजिक विज्ञान की किताबों में बड़ा बदलाव किया है। 2025-26 सत्र से मुगलों, तुगलकों, लोधी और खिलजी जैसे मध्यकालीन शासकों से जुड़े अध्याय हटा दिए गए हैं। उनकी जगह प्राचीन भारत के राजवंशों, धार्मिक स्थलों और सांस्कृतिक परंपराओं पर फोकस किया गया है।
इन बदलावों को लेकर देशभर में इतिहासकारों, शिक्षकों और कलाकारों में चिंता देखी जा रही है।
सोशल मीडिया पर बंटे नजरिए
साहिबा बाली की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कुछ यूज़र्स ने जहां उनकी साहसिक टिप्पणी की सराहना की, वहीं कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश बताई। लेकिन यह तय है कि एनसीईआरटी द्वारा किए गए बदलावों ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या शिक्षा में इतिहास का चयन राजनीति से प्रेरित हो रहा है?