स्टेयर्स फाउंडेशन की “एक भारत एक लक्ष्य” मुहिम से भारत बनेगा खेल के मैदान में सशक्त
भारत को विश्वस्तर पर खेल के मैदान पर सशक्त बनाने के लिए द सोसायटी फॉर ट्रांसफॉर्मेशन, इंक्लूजन, एंड रिकॉग्निशन थ्रू स्पोर्ट्स यानी की स्टेयर्स ने एक महत्वपूर्ण अभियान ” एक भारत एक लक्ष्य” का आज 15 अगस्त को सुभारंभ किया है।कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों को एकत्रित कर, राष्ट्र गान से हुआ। स्टेयर्स की यह मुहिम भारत को ओलंपिक्स खेलों में मज़बूत बनने के लिए जारी की गई है। गौरतलब यह है की यह अभियान कोई 2-4 साल का मोहताज़ नही है, यह अभियान वर्षों तक सिस्टेमेटिक तरीके से चलने वाली सिंक्रोनाइज मुहिम है, जो की भारत में जमीनी खेलो को विकसित करने में कारगर साबित होगा। इसी के संदर्भ में आज स्टेयर्स फाउंडेशन ने एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश भागीदारी वाला खेल विकास मॉडल बनाना है, जिससे सीधे तौर पर प्रतिभागियों और नीतिनिर्माताओं तक सभी स्टेकहोल्डरों की संख्या में उछाल आए। इस कार्यक्रम से तहत स्टेयर्स की योजना यूथ खेल क्लब को खोलना और परीक्षण अकादेमियों को मोटिवेट करना भी है।
कौन कौन हुआ शामिल
इस भव्य कार्यक्रम में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की राज्यमंत्री कु. प्रतिभा भौमिक मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई, साथ ही में रांची झारखंड से सांसद संजय सेठ ने भी कार्यक्रम में शामिल हो कर अभियान को अपना समर्थन दिया। इस कार्यक्रम में पूरे देश भर के करीब 11 राज्यों से 200 से अधिक जिलों से 3000 से अधिक स्वर्ण व रजत पदक विजेता शामिल थे, और 250 कोच भी इसका हिस्सा बने थे। कार्यक्रम की शुभारंभ अधिकारिता मंत्रालय की राज्यमंत्री कु. प्रतिभा भौमिक के हाथों से हुआ था।
इस कार्यक्रम के लॉच पर स्टेयर्स फाउंडेशन के अध्यक्ष तथा भारतीय खेल प्राधिकरण के पूर्व गवर्नरिंग काउंसिल सदस्य श्री सिद्धार्थ उपाध्य ने अपने भाषण में बोला की,” एक भारत एक लक्ष्य की घोषण करते हुए हम अत्यंत उत्साहित हैं, अभियान का लक्ष्य है देश के लिए चैंपियंस तैयार करने का। भारत को खेल के मैदान में विकसित करने हेतु व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न को यथार्थ में परिवर्तित करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
आज़ादी के बाद पहली बार उनके प्रेरणादया नेतृत्व में आवशक राजनीति इच्छाशक्ति दिखाई दी है, जो की भारत को विशाल खेल प्रतिभा को यथार्थ में रूपांतरित करना चाहती है, जो की संपूर्ण होने के बाद भी तमाम अभावों से दबी हुई है। अभियान की मदद से हम हमारे देश को अंतर्राष्ट्रीय खेलों में और पदक दिलाने चाहते हैं।
जाने अभियान का मॉडल
महत्वपूर्ण मॉडल “एक भारत एक लक्ष्य” तीन स्तंभों पर टिका हुआ है, – प्ले टू प्ले, प्ले टू विन, और प्ले टू अर्न। मॉडल ये यह तीन स्तंभ हर खिलाड़ी के संपूर्ण जीवनचक्र को जोड़ते हैं। इसका एग्जिक्यूशन स्टार्स फनल मॉडल पर किया जाएगा जो की ज़मीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देगा। मॉडल का सबसे पहला स्तंभ है प्ले टू प्ले, जो की खेलों के व्यापक आधार पर बढ़ता है जिसके चलते भागीदारों की संख्या बढ़कर सभी तक पहुंचती है। दूसरा स्तंभ प्ले टू विन मॉडल के बीच से लेकर आधार तक काम करता है, इसके तहत तमाम प्रतिस्पर्धाओं के जरिए अनेक खिलाड़ियों की खोज की जाती है। तीसरा और आखिरी स्तंभ प्ले टू अर्न है, जिसमे पशिक्षण, आजीविका और विकास आते हैं।
अधिकारिता मंत्रालय की राज्यमंत्री कु. प्रतिभा भौमिक का बयान
अधिकारिता मंत्रालय की राज्यमंत्री कु. प्रतिभा भौमिक ने कार्यक्रम में अपने बयान में कहा कि , ” मैं इस अभियान का हिस्सा बन कर खुश हूं, जिसका उद्देश्य न केवल देश के लिए पदक लाना है, बल्कि कमज़ोर समाज के लोगों के लिए खेल संसाधनों की कमी की पूर्ति करना भी है।
एक भारत एक लक्ष्य जैसे कार्यक्रम देश में बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान करते है जहां उन्हें अपनी खुद की पहचान बनाने का मौका मिलता है, साथ ही उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है की भारत में ऐसे और अभियान आयेंगे जो सभी भारतीयों को समान आवास दे कर ऐसे ही सशक्त करेंगे।
क्या है एक भारत एक लक्ष्य कार्यक्रम
एक भारत एक लक्ष्य एक बड़ी और लंबी कार्य योजना है, जिसके तहत देश भर के तमाम राज्यों से जमीनी स्तर पर प्रतिभाओं को तलाशा जायेगा।अलग अलग क्षेत्रों पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जायेगा। इस प्रतिक्रिया से 14 अलग अलग खेलों में अलग अलग टीमें बनाई जाएंगी, जो भारत के लिए ओलंपिक में पदक लाएंगी। इसकी के संदर्भ में आईएसएस चेयरमैन,बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स स्टेयर्स अजीत एम शरण ने कहा कि, “समय आगया है की खेल प्रतिभाओं के विशाल भंडार का अच्छे से उपयोग कर भारत को खेल जगत में महाशक्ति बनाया जाए।
जानिए कुछ बातें स्टेयर्स फाउंडेशन के बारे में
स्टेयर फाउंडेशन दिल्ली स्थित एक नॉन प्रॉफिट संस्थान है, जिसका मुख्य उद्देश्य समस्त भारत के बच्चों को खेल, स्वास्थ्य, और शिक्षा के क्षेत्र में कौशल विकास प्रदान करवाना है। इसका लक्ष्य बच्चों के अंदर की खेल प्रतिभा को पहचान कर उसे पोषित करना है। इस मुहिम के चलते भारत के अनेक राज्यों से तमाम बच्चों को अपना टैलेंट दिखाने का एक स्टेज मिलता है। इस कार्यक्रम के तहत भारत का खेल में क्षेत्र में बहुत विकास होता है। वर्तमान काल में 2000 से अधिक बच्चे स्टेयर फाउंडेशन का हिस्से हैं, और अपने आप को निखारने में व्यस्त हैं