50 किलो आईईडी का इस्तेमाल कर 12 जवानों को उतारा गया मौत के घाट

छत्तीसगढ़ में आज नक्सलियों ने एक घटक हमले को अंजाम दिया है। जिसमें 10 पुलिसकर्मियों और एक चालक की मौत हो गई, नक्सलियों ने इस हमले में 50 किलोग्राम के शक्तिशाली इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण सड़क पर एक बड़ा गड्ढा हो गया।


सूत्रों ने कहा कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के पुलिसकर्मी किराए की मिनी वैन में यात्रा कर रहे थे, जब उन पर यह हमला हुआ।
दंतेवाड़ा जिले में घात स्थल के दृश्य एक बड़ा गड्ढा दिखाते हैं जो सड़क की चौड़ाई को कवर करता है, यह दर्शाता है कि माओवादियों ने घात लगाने के लिए भारी मात्रा में विस्फोटक का इस्तेमाल किया था। प्रादेशिक सेना के पूर्व प्रमुख मेजर जनरल अश्विनी सिवाच ने बताया कि जिस वैन में पुलिसकर्मी यात्रा कर रहे थे, उसे निशाना बनाने के लिए माओवादियों ने 10 गुना विस्फोटक का इस्तेमाल किया है। डीआरजी की टीम नक्सल विरोधी अभियान चलाकर लौट रही थी, तभी यह हमला हुआ। सूत्रों ने कहा कि माओवादियों का मुकाबला करने वाले विशेष सुरक्षा बल हमलावरों की तलाश कर रहे हैं, जो जंगल में गायब हो गए हैं, यह क्षेत्र तीन राज्यों का एक त्रि-जंक्शन है।
बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि सरकार की पुनर्वास नीति के बाद हर साल 400 से अधिक माओवादी आत्मसमर्पण कर रहे हैं।

शहीद जवानों की सूची

 

इसी बीच सरकार ने घटना में शहीद हुए सभी जवानों की सूची जारी की है, घटना में करीब 10 डीआरजी जवाब व साथ में एक चालक की मौत हो गई है। छत्तीसगढ़ में इस समय सन्नाटे का माहोल है, देश के लिए यह नदी क्षति बताई जा रही है। नीचे दी गई लिस्ट में उन सभी शहीदों के नाम दर्ज है, उन्होंने आज की घटना में अपनी जान को गवा दिया है।

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