दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन मरीज, 6 मिले इसके लक्षण

दिल्ली में ओमिक्रॉन के बरपाया कहर, अब तक 6 लोग संक्रमित देशभर में 45 केस

नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना की तीसरी लहर वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के रूप में सामने आ रहे हैं. कोरोना वायरल के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं। चार और मरीजों में ओमिक्रॉन वैरिएंट की पुष्टि हुई है, जिससे यहां कुल मामलों की संख्या अब बढ़कर 6 हो गई है। इन सभी छह नए पेशेंट में हल्के लक्षण हैं और उनमें से एक ठीक भी हो गया है, लेकिन 5 मरीज अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। इसके साथ देशभर में अब मरीजों की कुल संख्या 45 पर हो गई हैं।

 ओमिक्रॉन की चपेट में आए मरीजों की संख्या बढ़ी

बता दें दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली में अभी तक 6 लोग ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से एक मरीज ठीक होकर घर जा चुका है। ओमिक्रॉन के सारे मामले विदेश से आए लोगों में ही पाए जा रहे हैं, सभी मामले स्टेबल हैं और फिलहाल स्थिति कण्ट्रोल में हैं। जैन ने बताया कि वर्तमान में 35 कोविड संक्रमित मरीज और 3 संदिग्ध मामले एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हैं। दिल्ली सरकार स्थिति पर पूरी तरह से नजर बनाए हुए हैं।

विदेशों से आए कुल 74 लोगों को दिल्ली एयरपोर्ट से अब तक एलएनजेपी में भर्ती कराया गया था, इनमें से 36 को अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है, अभी 38 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 35 कोरोना मरीज हैं, जिनमें से 5 ओमिक्रॉन पॉजिटिव हैं और 3 संदिग्ध हैं। एक ओमिक्रॉन संक्रमित को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।

विदेशों से आए लोगों मिला रहा ओमिक्रॉन

जानकारी के मुताबिक अधिकारीयों ने कहा कि दिल्ली के पहले ओमिक्रॉन मरीज को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। रांची का रहने वाला यह 37 साल का व्यक्ति 2 दिसंबर को कतर एयरवेज की फ्लाइट से तंजानिया से दोहा और वहां से दिल्ली आया था। वह एक हफ्ते तक दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सिबर्ग में रहा और उसमें हल्के लक्षण थे। लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल को कोविड -19 के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए नामित किया गया है।

बता दें कि, कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार की रोकथाम के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो उनकी सरकार क्रिसमस और न्यू इयर से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन पर भी रोक लगा सकती है। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान के हालात को देखते हुए ऐसे किसी उपाय की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

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