Video: ट्विटर पर @Railwayseva से की महंगे खाने की शिकायत, तो यात्री को ही पीट गया स्टाफ.. गिराकर मारे लात-घूंसे !

सोमनाथ एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 11463) में एक यात्री को महंगे खाने की शिकायत करना भारी पड़ गया। जैसे ही उसने IRCTC के रेल सेवा पोर्टल और सोशल मीडिया पर शिकायत की, ट्रेन के पैंट्री स्टाफ और कुछ अन्य लोगों ने उसे बुरी तरह पीट दिया। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यात्री को ट्रेन के फर्श पर लिटाकर लात-घूंसों से मारा जा रहा है।

वायरल वीडियो में क्या दिखा?

करीब 20 सेकंड के इस वीडियो में देखा गया कि एक कोच में मौजूद यात्री को घेरकर कुछ युवक मारपीट कर रहे हैं। उनमें से कुछ पैंट्री स्टाफ की यूनिफॉर्म में नजर आ रहे हैं। एक व्यक्ति बार-बार कह रहा है कि “तूने शिकायत की थी?” इसके बाद वह उसे थप्पड़ मारता है। दूसरे लोग उसे पीटने में शामिल हो जाते हैं, जबकि कुछ लोग बीच-बचाव की कोशिश करते हैं।

IRCTC पर गंभीर आरोप: PNR साझा करने का दावा

यात्री ने आरोप लगाया कि उसने Rail Seva पोर्टल और ट्विटर पर ओवरचार्जिंग की शिकायत की थी। इसके बाद उसका PNR नंबर संबंधित स्टाफ को भेज दिया गया, जिससे उन्हें उसका नाम और सीट नंबर पता चल गया। यह लापरवाही यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालती है और शिकायत प्रणाली की निष्पक्षता पर सवाल उठाती है।

रेलवे का जवाब और जांच का आदेश

रेल सेवा (Railway Seva) की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि मामले की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है और जांच जारी है। जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम ने भी ट्वीट कर कहा कि वीडियो में दिखाई गई घटना बेहद गंभीर है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई की मांग, अनुबंध रद्द करने की मांग

सोशल मीडिया पर लोगों ने पैंट्री सेवा प्रदाता के खिलाफ सख्त कार्रवाई और अनुबंध को रद्द करने की मांग की है। कुछ यात्रियों ने सवाल उठाए हैं कि क्या अब ट्रेन में यात्रा करते हुए शिकायत करना भी सुरक्षित नहीं रहा?

पिछली घटनाएं: रेलवे में बढ़ रही है यात्री असुरक्षा

यह कोई पहली घटना नहीं है। हाल ही में हेमकुंड एक्सप्रेस में भी एक यात्री को शिकायत करने पर पैंट्री स्टाफ ने पीटा था। इसके बाद रेलवे ने वेंडर पर जुर्माना लगाकर उसे 5 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया था।

शिकायतकर्ता की सुरक्षा प्राथमिकता बने

इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या रेलवे की डिजिटल शिकायत प्रणाली यात्रियों को सुरक्षा देती है या उन्हें और ज्यादा जोखिम में डालती है। जब तक यात्री निडर होकर शिकायत नहीं कर सकते, तब तक व्यवस्था पर भरोसा नहीं बहाल होगा।

Related Articles

Back to top button