हॉस्टल में पंखे से लटकी मिली BDS की छात्रा, सुसाइड नोट में साफ लिखी वजह और नाम.. स्टूडेंट्स ने कर दिया बवाल !

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा यूनिवर्सिटी में शुक्रवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां BDS सेकेंड ईयर की छात्रा ज्योति शर्मा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन और छात्रों के बीच तनाव फैल गया है। आत्महत्या से पहले छोड़े गए सुसाइड नोट में छात्रा ने दो शिक्षकों को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

सुसाइड नोट में शिक्षकों पर लगाए आरोप

ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, “अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए PCP और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे। महेंद्र सर और शेरी मैम ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, अपमानित किया। अब और नहीं जी सकती।” इस नोट ने यूनिवर्सिटी में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से दोनों शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है।

हॉस्टल के 12वीं मंजिल पर मिली लाश, छात्रा ने लगाई थी फांसी

घटना शुक्रवार शाम 7 बजे की है जब ज्योति यूनिवर्सिटी के मंडेला गर्ल्स हॉस्टल की 12वीं मंजिल पर स्थित अपने कमरे में अकेली थी। सहपाठी छात्रा के दरवाजा खटखटाने पर जब जवाब नहीं मिला तो उसने जबरन दरवाजा खोला। अंदर का नज़ारा देख वह दंग रह गई — ज्योति पंखे से लटकी हुई थी।

छात्रों का हंगामा, यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी

ज्योति की मौत की खबर मिलते ही छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी परिसर में इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। “शारदा फैकल्टी हाय-हाय” और “न्याय दो” जैसे नारों के साथ छात्रों ने मार्च निकाला। इस दौरान पुलिस से छात्रों की तीखी बहस भी हुई।

क्या था मामला: फर्जी साइन के आरोप, मानसिक उत्पीड़न

छात्रों के मुताबिक, ज्योति पर एक फर्जी सिग्नेचर करने का आरोप लगाया गया था, जिससे वह बेहद परेशान चल रही थी। तीन दिनों तक उसे PCP डिपार्टमेंट से निकाल दिया गया। फाइल HOD के पास भेज दी गई थी और उसे कहा गया कि “पैरेंट्स को बुलाओ”। छात्रा को धमकी दी जा रही थी कि उसे फेल कर दिया जाएगा।

सुसाइड नोट छिपाने का आरोप, मेडिकल जांच से भी रोका गया

छात्रों का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन ने सुसाइड नोट को छिपाने की कोशिश की। एक अन्य छात्र ने बताया कि जब मेडिकल इंटर्न ने ज्योति की पल्स चेक करनी चाही, तो उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया। छात्रा को चादर में लपेटकर बिना जांच सीधे एम्बुलेंस में ले जाया गया।

पुलिस ने दो टीचर्स को लिया हिरासत में, जांच जारी

ग्रेटर नोएडा के एडिशनल DCP सुधीर कुमार ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर दो शिक्षकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है और सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

यूनिवर्सिटी की व्यवस्था पर उठे सवाल

छात्रा नव्या ने बताया कि यूनिवर्सिटी में न सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम हैं और न ही भोजन की समुचित व्यवस्था। वहीं, अन्य छात्रों ने बताया कि ज्योति मानसिक तनाव में थी और मदद की गुहार भी लगाई थी, लेकिन संस्थान की बेरुखी ने उसकी आवाज़ को अनसुना कर दिया।

शिक्षा संस्थानों में जवाबदेही और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सुधार की ज़रूरत

ज्योति शर्मा की आत्महत्या की घटना शिक्षा व्यवस्था पर एक गहरी चोट है। यह स्पष्ट करता है कि मानसिक उत्पीड़न, प्रशासन की बेरुखी और दबाव का सामना कर रहे छात्रों के लिए पर्याप्त मदद नहीं है। अब ज़रूरत है कि यूनिवर्सिटी न केवल दोषियों को सज़ा दिलाए, बल्कि छात्रों की मानसिक सेहत के लिए सक्रिय कदम भी उठाए।

Related Articles

Back to top button