SC के चीफ जस्टिस की भयंकर लताड़ ! BJP नेता के फूले हाथ-पांव, कहा – “अखबार पढ़कर केस फाइल..”

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई की पीठ ने एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील और भाजपा के पूर्व प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय को तीखी टिप्पणी के साथ फटकार लगाई। इस दौरान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस गवई ने कहा, “आप हमेशा पहले आते हैं और हमेशा दोषपूर्ण याचिका लेकर।”
यह बयान कोर्ट रूम में उपस्थित सभी लोगों का ध्यान खींचने वाला था और देश भर में चर्चा का विषय बन गया।

क्या थी याचिका में गलती?

दरअसल, वक्फ अधिनियम, 1995 के कई प्रावधानों को चुनौती देने वाली एक याचिका दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित थी। याचिकाकर्ता ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की थी कि वह इस याचिका को दिल्ली हाईकोर्ट से स्थानांतरित (Transfer) कर सुप्रीम कोर्ट में सुने।

मगर, सुनवाई के दौरान वरिष्ठ वकील द्वारा दाखिल की गई जनहित याचिका में कई तकनीकी त्रुटियां पाई गईं। पीठ ने यह स्पष्ट किया कि याचिका नियमों के अनुसार दाखिल नहीं की गई थी और इसमें अनेक खामियां थीं। जस्टिस गवई ने वकील से कहा, “आप हमेशा अखबार पढ़ते रहते हैं और तुरंत कोर्ट में याचिका दाखिल कर देते हैं।”

यह टिप्पणी इस बात की ओर संकेत कर रही थी कि वकील बिना ठोस कानूनी आधार के भी केवल खबरों के आधार पर याचिकाएं दायर कर रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी और चेतावनी

पीठ ने कहा कि इस प्रकार की याचिकाएं अदालत का समय बर्बाद करती हैं और वास्तविक जनहित याचिकाओं को भी नुकसान पहुंचाती हैं। कोर्ट ने आगे टिप्पणी करते हुए कहा कि “ऐसी लापरवाही न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता को कम करती है।” साथ ही वकील को चेतावनी दी गई कि भविष्य में याचिका दाखिल करने से पहले उचित जांच और कानूनी दस्तावेजों की पूर्णता सुनिश्चित करें।

कोर्ट में अनुशासन और जिम्मेदारी का संदेश

मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणी ने यह स्पष्ट संकेत दिया कि सुप्रीम कोर्ट अब बेवजह दाखिल की जा रही जनहित याचिकाओं के प्रति सख्त रवैया अपना रहा है। यह घटनाक्रम इस बात की ओर इशारा करता है कि अब अदालतें उन याचिकाओं को गंभीरता से लेंगी जो कानूनी रूप से पुख्ता और तथ्यात्मक रूप से सही हों।

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