‘धनखड़’ के इस्तीफे पर ये क्या बोल गए ‘रवि किशन’ ! कहा – “कब कौन बीमार पड़ जाए.. स्वस्थ लोग भी अचानक मौत”

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने देश की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। इस्तीफे की वजह “स्वास्थ्य कारण” बताई गई, लेकिन विपक्ष इसे एक बड़ी राजनीतिक साजिश से जोड़ रहा है। इसी बीच भाजपा सांसद रवि किशन ने विपक्षी नेताओं को जवाब दिया और कहा कि “स्वस्थ दिखने वाले भी अचानक बीमार हो सकते हैं।” उन्होंने विपक्ष पर संवेदनहीन राजनीति करने का आरोप लगाया।
“धनखड़ जी बीमार हैं, आराम कर रहे हैं” – रवि किशन
रवि किशन ने कहा कि उपराष्ट्रपति को डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। इस पर राजनीति करना पूरी तरह गलत है। उन्होंने कहा:
“वो (धनखड़) बीमार हैं यार… डॉक्टर ने उन्हें आराम करने के लिए कहा है… लेकिन विपक्ष उस पर भी राजनीति कर रहा है।”
रवि किशन ने यह भी जोड़ा कि “जो व्यक्ति दिखने में बिलकुल फिट हो, वो भी कभी अचानक गिरकर मर सकता है”। उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वे संवेदनशीलता बरतें और स्वास्थ्य जैसे निजी विषयों को राजनीतिक हथियार न बनाएं।
विपक्ष के बयान: क्या इस्तीफा सिर्फ बीमारी की वजह से है?
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि “धनखड़ और केंद्र सरकार के बीच कभी बहुत घनिष्ठ संबंध नहीं थे”, जिससे संकेत मिल रहा है कि शायद इस्तीफे के पीछे और भी वजहें हैं।
वहीं, शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत ने इसे “बड़ी योजना” का हिस्सा बताया, जो आने वाले चुनावों से पहले लागू हो सकती है। उन्होंने कहा कि “कभी-कभी बीमारी की आड़ में राजनीति की बड़ी चालें चली जाती हैं।”
बीमारी या रणनीति? क्यों उभर रहा शक
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि धनखड़ का अचानक इस्तीफा ऐसे वक्त पर आया है जब संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है और सरकार कई संवेदनशील बिल पास कराने की तैयारी में है। ऐसे में उपराष्ट्रपति का पद खाली होना विपक्ष के लिए संदेह का कारण बन गया है।
रवि किशन ने विपक्ष को बताया असंवेदनशील
भोजपुरी सुपरस्टार और भाजपा सांसद रवि किशन ने अपने बयान में साफ कहा कि विपक्ष का यह व्यवहार गैर-व्यावहारिक और असंवेदनशील है। उन्होंने विपक्षी नेताओं को सलाह दी कि वे “राजनीति का स्तर गिराने की बजाय राष्ट्रहित में सोचें।”